प्रयागराज, 27 दिसंबर 2025 — उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं (2026) के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है।
अब परीक्षार्थी को उत्तरपुस्तिका के कवर पेज पर स्वयं “परीक्षा का माध्यम” (हिंदी या अंग्रेजी) लिखना अनिवार्य होगा। इस व्यवस्था को पारदर्शी और गड़बड़ी-मुक्त बनाने के लिए बोर्ड ने कवर पेज पर एक विशेष ब्लॉक बनवाया है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि पिछले वर्षों में कई बार ऐसा देखा गया कि गलत माध्यम की उत्तरपुस्तिका गलत परीक्षक के पास पहुंच जाती थी। इससे मूल्यांकन में गड़बड़ी होती थी और स्क्रूटनी के दौरान अंकों में बड़े बदलाव आते थे।
नया नियम लागू करने का मुख्य उद्देश्य:
- मूल्यांकन प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और सटीक बनाना
- गलत माध्यम वाली कॉपियों को सही परीक्षक तक पहुंचाना
- परीक्षार्थी की हैंडराइटिंग से माध्यम की पुष्टि करना
नई व्यवस्था में क्या-क्या बदलाव हैं?
- विशेष ब्लॉक: कवर पेज पर “परीक्षा का माध्यम” लिखने के लिए अलग से ब्लॉक बनाया गया है।
- परीक्षार्थी खुद लिखेंगे: यह विवरण किसी अन्य व्यक्ति से नहीं लिखवाया जा सकता। परीक्षार्थी को स्वयं साफ-साफ लिखना होगा (काला/नीला बॉल पेन से)।
- दो कवर पेज वाली उत्तरपुस्तिका: 2026 से उत्तरपुस्तिकाओं में दो अलग कवर पेज होंगे:
- पहला कवर पेज: परीक्षार्थी के विवरण (रोल नंबर, नाम, माध्यम आदि) के लिए।
- दूसरा कवर पेज: परीक्षक द्वारा अंक अंकित करने के लिए।
- उत्तर लिखना: दोनों कवर पेज के बाद से ही छात्र उत्तर लिखना शुरू करेंगे।
- बंडलिंग: केंद्र व्यवस्थापक माध्यम के अनुसार अलग-अलग बंडल तैयार करेंगे।
यह नियम किन परीक्षाओं पर लागू होगा?
यह बदलाव 2026 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट (कक्षा 10वीं और 12वीं) परीक्षाओं के लिए लागू किया गया है। बोर्ड ने सभी केंद्रों को इसकी जानकारी दे दी है और परीक्षक/केंद्र व्यवस्थापकों की सूची भी माध्यम के अनुसार तैयार की जा रही है।
छात्रों के लिए सलाह
- परीक्षा शुरू होने से पहले ही कवर पेज पर सभी विवरण (रोल नंबर, नाम, माध्यम आदि) सावधानी से भर लें।
- परीक्षा का माध्यम गलत लिखने से बचें – इससे उत्तरपुस्तिका रद्द हो सकती है।
- माध्यम वही लिखें जो फॉर्म भरते समय चुना था।
- अगर कोई संदेह हो तो इनविजिलेटर से तुरंत पूछ लें।
यह बदलाव नकल रोकने, मूल्यांकन की गुणवत्ता बढ़ाने और पारदर्शिता लाने की दिशा में बोर्ड का एक बड़ा कदम है। छात्रों को सलाह है कि परीक्षा से पहले इस नियम को अच्छे से समझ लें और सही तरीके से कवर पेज भरें।
