औरैया, 25 दिसंबर 2025 — उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में कच्चे तेल (क्रूड ऑयल/हाइड्रोकार्बन) की संभावनाओं को लेकर एक बड़ा खोज अभियान शुरू हो गया है।
अछल्दा और बिधूना ब्लॉक के बाद अब अजीतमल ब्लॉक में भी अल्फाजियो (इंडिया) लिमिटेड कंपनी ने सौ से अधिक स्थानों पर बोरिंग और नियंत्रित ब्लास्टिंग शुरू कर दी है।
यह अभियान केंद्र सरकार के निर्देश पर चलाया जा रहा है और स्थानीय ग्रामीणों में इसे लेकर उत्सुकता एवं उम्मीद का माहौल बना हुआ है।
अभियान के मुख्य विवरण
- क्षेत्र: अजीतमल ब्लॉक के शाहपुर बेंदी गांव के आसपास, साथ ही खेतूपुर, नारायणपुर और काजीपुर बंबा जैसे गांव।
- कार्य: 100+ स्थानों पर बोरिंग, नियंत्रित ब्लास्टिंग और गहन सर्वे। रोजाना 80 से 120 अलग-अलग स्थानों पर सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं, जिन्हें प्रयोगशालाओं में भेजा जा रहा है।
- संसाधन: 40 से अधिक बोरिंग मशीनें लगाई गई हैं। करीब 500 मजदूर और तकनीकी कर्मचारी दिन-रात कार्यरत हैं।
- समयसीमा: कंपनी का लक्ष्य लगभग 15 दिनों के भीतर सर्वे कार्य पूरा करना है।
- पृष्ठभूमि: यह अभियान लखीमपुर से शुरू होकर अब औरैया पहुंचा है। पहले अछल्दा और बिधूना ब्लॉक में भी इसी तरह का सर्वे किया गया था।
स्थानीय लोगों की उम्मीदें
ग्रामीणों में इस खोज को लेकर काफी उत्साह है। यदि क्षेत्र में तेल भंडार की पुष्टि होती है तो इससे:
- देश की ऊर्जा जरूरतों को मजबूती मिलेगी।
- अजीतमल और आसपास के गांवों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
कंपनी के अधिकारी का बयान
अमित सिंह, पीआरओ, अल्फाजियो कंपनी ने बताया: “क्रूड ऑयल सर्वे केंद्र सरकार के निर्देश पर कराया जा रहा है। यह अभियान लखीमपुर से प्रारंभ हुआ था और अब औरैया में चल रहा है। कार्य में लगभग 500 लोगों की एक बड़ी टीम लगी हुई है। सर्वे टीम एक दिन पहले संबंधित क्षेत्र में पहुंचकर पूरा तकनीकी सेटअप तैयार करती है और अगले दिन सुबह से ही बोरिंग व सैंपल संग्रह का कार्य शुरू कर दिया जाता है।”
महत्वपूर्ण बातें
यह अभियान भारत में बढ़ती ऊर्जा मांग और स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश के कई जिलों (जैसे बलिया, लखीमपुर) में तेल और गैस की खोज के प्रयास तेज हुए हैं, और औरैया में यह नया अभियान उम्मीद जगाता है।
यदि सर्वे में सकारात्मक परिणाम आए तो औरैया जिला ऊर्जा क्षेत्र में नया केंद्र बन सकता है। अभी यह सिर्फ प्रारंभिक सर्वे है, अंतिम निष्कर्ष प्रयोगशाला रिपोर्ट्स पर निर्भर करेंगे।
