आज हम लॉग बात करेगे m.com के बारे में, M. com की पुरी जानकारी हिंदी मै।
M.com करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या है? फ़ीस कितनी है?, सैलरी कितनी मिलेगी?, करियर क्या है?, सब्जेक्ट कौन कौनसे पढ़ाए जाते हैं? ये सब जानेंगे।

M.com क्या है? (What is M.com in Hindi?)
M.com एक पोस्ट ग्रैजुएट (PG) कोर्स है जो ग्रैजुएट होने के बाद होता है
M.com का full form Masters Of commerce हैं
Durations of course:-
मास्टर डिग्री ज्यादातर हमारी दो साल की होती है M.Com 2 (दो) साल का post graduate कोर्स हैं।
एडमिशन प्रॉसेस
कुछ कॉलेज में आपको या तो मेरिट बेस्ड मतलब आपकी B.com में कितनी परसेंटेज है उसकी विशेषता से आपको एडमिशन मिलेगा या फिर आजकल जो नया प्रोसीजर हे की एंट्रेंस एग्जामिनेशन का.
मैच्योरिटी ऑफ कॉलेजे वो सब एंट्रांस एग्जामिनेशन लेते हैं नेशनल लेवल का या फिर खुद का स्पेसिफिक test लेते हे।
Eligibility(योग्यता)
एलिजिबिलिटी minimum 50% ग्रेजुएशन पास किया होना चाहिए। जो भी अपनी ग्रेजुएशन किया उसमें मिनिमम फिफ्टी परसेंट (50%) मार्क्सहोने चाहिए।
कई कॉलेज सिर्फ बी.कॉम वाले बच्चों को ही Allow करते हैं एम.कॉम करने के लिए, कई कॉलेज साइंस वालों को भी allow करती है. कई कॉलेज में देखे तो B.B.A., B.B.S., B.F.I.A, B.B. अगर आपने ये ग्रैजुएट लेवल पे करा हैं तो आप एम.कॉम के लिए बिल्कुल एलिजिबल हैं कोई भी कॉलेज यूनिवर्सिटी आपको मना नहीं कर सकता.
बी.ए इकोनॉमिक्स होनोर्स अगर आप ने किया हो तब भी आप एम. कॉम कर सकते हैं
Age limit
एम.कॉम का एलिमेंट ऑफ age लिमिट कोई नहीं आप कितने भी साल के हो चूके हो आप एम.कॉम कर सकते हैं
M.com Course Fees
अगर इन कोर्स की फीस की बात करे तो साल के दस हज़ार से लेकर साल के एक लाख (10000-100000) रुपए में कर सकते है डिपेंड करता हे आप किस कॉलेज या युनिवर्सिटी से कर रहे हो। Government College की फीस कम होती है.
Type of examination (एग्जामिनेशन टाइप)
एग्जामिनेशन दो तरीके से होता है या तो annual exam होता है या फिर सेमेस्टर सिस्टम चलता है सेमेस्टर से मतलब साल में दो बार एग्जामिनेशन होते हैं एक जून -जुलाई में और एक लास्ट में नवंबर या दिसंबर में होते हे।
Subjects In M.com Course
- Business environment
- Computer Application And Business
Accounting For Managerial Decision
अकाउंटेंट आपको B.com में पढ़ाई गई है Managerial Decision में केसे Use करेगे वो M.Com में बताएंगे
- Financial management
- Managerial economics
- बैंकिंग एंड फाइनैंस
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट
- फाइनेंशियल मार्केट्स
- ई कॉमर्स
- रिसर्च मैथडोलॉजी.
Subject specialization (m.com किस विषय पर specialization कर सकते है)
अब इनके साथ साथ आपको electives भी हैं ऑप्शनल सब्जेक्ट्स भी है कंपलसरी सब्जेक्ट भी है तो अच्छा खासा course structure ओर combination है इसमें भी बहुत कॉलेजों ने स्पेशलाइजेशन के ऑप्शन देते है आप कोई भी सब्जेक्ट में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं
- अकाउंटिंग
- फाइनैंस
- मार्केटिंग
- ह्यूमन रिसोर्स मेनेजमेंट
- टैक्सेशन
- इंटरनेशनल टैक्सेशन
- कॉर्पोरेट लॉ
- बिज़नेस एनालिटिक्स
अब ये सब के अलावा भी बहुत सारे कॉलेजेस अलग स्पेशलाइजेशन ऑफर करते हैं तो आपको सेलेक्ट करना है
M.com के बाद क्या करे?
एम.कॉम के बाद आप पीएचडी (P.H.D) या M.Phil कर सकते हैं ये दोनों डिग्री प्रोफेसर और researchers वगैरह के फील्ड में फिट बैठती है जबकि आपके कॉलेज में lecturer या प्रोफेशनल बनना है तब आप एम.कॉम के बाद पीएचडी या एमफिल कर सकते हैं
Jobs After M.com
- Account managers – M.com के बाद ही ये जॉब कर सकते है अकाउंट मैनेजर बन सकते हैं क्योंकि आप हो सकता है असिस्टेंट लेवल की पोस्ट मिले लेकिन टाइम गुजरते जैसे आपको एक्सपीरियंस होगा आप अकाउंट्स मैनेजर बन जाएंगे
- इन्वेस्टमेंट बैंकर – इन्वेस्टमेंट बैंकर के लिए हार्ड वो एम. बी .ए.(M.B.A) करना जरूरी नही है अगर आपका फाइनैंशल पार्ट अकाउंटिंग पार्ट बहुत अच्छा है और आप में डिसीजन मेकिंग एबिलिटी हैं तो आप इन्वेस्टमेंट बैंकर भी बन सकते हैं
- मार्केटिंग मेनेजर
- केशियर
- ऑपरेशंस मैनेजर – रोज जो नॉर्मल बैंकिंग Hours होते है उसपे जो भी काम होते है छोटे मोटे उनको मैनेज करने वाले आप बन सकता है
- फाइनांस मेनेजर – फाइनांस मैनेजर पैसों का लेनदेन देखने वाले होते है
- लेक्चरर प्रोफेसर – M.com के बाद लोग रिसर्च फील्ड में मतलब पीएचडी या m. Phil करते है उनको लेक्चर या प्रोफेसर वाली पोस्ट में जाना होता है HR ( Humane resources) मैनेजर
- सेल्स मैनेजर
- बिज़नेस कंसल्टेंट
- अकाउंटेंट
Salary
M.com के बाद आपकों स्टार्टिंग में 25000-30000 रूपए सैलेरी मिलेगी अगर आप Fresher हैं तो वो भी आपकी skills के ऊपर और अगर b.com के साथ आपने कही जॉब की हो experience है तो 40000 तक मिल जाएंगी।
M.com Ka Full Form Kya Hain?
Masters Of Commerce
M.com Ke Baad Study Me Kya Kre?
M.Com पूरा करने के बाद, विभिन्न कोर्स के लिए जा सकते हैं। जैसे की
1.Doctor Of Philosophy In Banking & Finance
2.Doctor Of Philosophy In Business Economics
3.Doctor Of Philosophy In Commerce
4.Doctor Of Philosophy In Corporate Secretary Ship
5.Doctor Of Philosophy In Financial Studies
6.Doctor Of Philosophy In Statistics
7.Professional Education (Course PE-I)
8.Professional Education (Course PE-II)
Other Certification Courses After M.Com
Certificate Course In Banking
Certificate Course In Office Automation
Certificate Course In Operations Research (OR) With Applications In Engineering And Management
Certificate Course In Applied Managerial Economics
Certificate Course In Central Excise (CCCE)
Certificate Course In Derivatives
Certificate Course In Financial Accounting & Taxation (CCFAT)
Certificate Course In Income Tax (CCIT)
Certificate Course In Micro Finance
Certificate Course In Personal Management (CCPM)
Certificate Course In Phonetics
Certificate Course In Stock Market
Certificate Course In VAT (CCV)
Certificate Course In Vedic Mathematics
Certificate In Accounting
Certificate In Tally
Chartered Financial Analyst Equity Research
IFRS Certification – ICAI
Post Graduate Certificate In Investment Banking
I Hope आपको पोस्ट पसंद आई होगी। हमने एम.कॉम की सारी डिटेल्स देने की कोशिश की है अगर आपके पास कोई भी सवाल है इसके लिए तो कमेंट करके जरूर पूछे हम पूरी कोशिश करेगे जवाब देने की धन्यवाद!!